हर रात अंधेरे कमरे में
जब मैं सोने जाता हूं।
अपने सूने कमरे में
तेरा ही चेहरा पाता हूं।
तेरा साया हरदम मेरा
पीछा करता रहता है।
मेरा मन तेरी यादों में
खोया खोया सा रहता है।
जब मैं सोने जाता हूं।
अपने सूने कमरे में
तेरा ही चेहरा पाता हूं।
तेरा साया हरदम मेरा
पीछा करता रहता है।
मेरा मन तेरी यादों में
खोया खोया सा रहता है।
No comments:
Post a Comment